सदविचार
1.
कामनाओं में उलझना , खुद को
परमात्मा से दूर ले जाना है |
2.
जीवन का लक्ष्य आत्मबोध हो कामनाएं
नहीं |
3.
कर्मप्रधान आचरण भाग्य को पोषित
करता है |
4.
आपके अधिकारों का सही दिशा में
प्रयोग आपको कर्तव्यपरायण सिद्ध करता है |
5.
औचित्यपूर्ण कार्य पर समय का
सदुपयोग ही सफलता की कुंजी है |
6.
उत्कर्ष और पराभव जीवन की दो
स्थितियां हैं जिनका सामना हर एक व्यक्ति को अपने जीवन में करना पड़ता है |
7.
ब्रह्म चाहे आकार से सुशोभित हो या
निराकार , उसे पाना ही मोक्ष है |
संस्कारों से पोषित चरित्र समाज को
दिशा देते हैं एवं प्रेरणा का स्रोत होते हैं |
9.
संस्कृति और संस्कारों पर विश्वास
धर्म पर विश्वास को बल देता है |
10.
जीवन का प्रथम उद्देश्य चारित्रिक
परिपक्वता होना चाहिए |
11.
सार्थक प्रयास ही आपको आपकी मंजिल
की ओर अग्रसर होने में सहायक होते हैं |
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