मम्मी
मम्मी मेरी प्यारी मम्मी
जग से है दुलारी मम्मी
जब भी मैं रूठ जाऊं
प्यार से मनाती मम्मी
अच्छे नंबर जब मैं पाती
गले से मुझको लगाती मम्मी
जब भी मैं अच्छा काम करती
गोद में मुझे बिठाती मम्मी
मेरे जीवन की मुस्कान मम्मी
मेरे घर की शान मम्मी
सुबह शाम वो पूजा करती
मुझमे संस्कार जगाती मम्मी
दुनिया से अच्छी शेफ़ मम्मी
खाने ल़जीज बनाती मम्मी
मेरे दिल की धड़कन मम्मी
पापा की भी जान मम्मी
घर में सबकी जान मम्मी
रखती सबका ध्यान मम्मी
मेरी प्यारी प्यारी मम्मी
मेरे घर की शान मम्मी
द्वारा
अनिल कुमार गुप्ता
पुस्तकालय अध्यक्ष
केंद्रीय विद्यालय सुबाथू
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